संसार
में केवल एक ही रिश्ता है वो है माँ बेटे का ,जो भी रिश्ता अपनी चरम
अवस्था पर पहुँचता है वो माँ बेटे का ही हो जाता है यहाँ तक कि जो पति
पत्नी आपस में बहुत प्यार करतें हैं और प्यार कि इस उचांई को छूते हैं वे
भी माँ बेटे जैसे हो जाते है इस को ही बे शर्त प्यार(unconditional love )
कहतें हैं । हमारे ऋषि आशीर्वाद देते है ..
पुत्रवती भव :
अंतत ..
तुम्हारा पति ही तुम्हारा पुत्र बन जाए
पुत्रवती भव :
अंतत ..
तुम्हारा पति ही तुम्हारा पुत्र बन जाए
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